Zafar Express Hijacked In Pakistan: पाकिस्तान की धरती एक बार फिर खून से लाल हो गई है। 11 मार्च 2025 को बलूच विद्रोहियों ने जफर एक्सप्रेस को हाइजैक कर पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। बतादें, जफर एक्सप्रेस ट्रेन बलूचिस्तान के बोलान इलाके से गुजर रही थी। तभी अचानक विद्रोहियों ने उस पर हमला बोल दिया। विद्रोहियों ने सभी यात्रियों को बंधक बनाया और अब तक 20 सैनिकों की जान ले ली। बलूच विद्रोहियों और पाकिस्तान की ये कोई नई जंग नहीं है। पहले भी पाकिस्तान इन ज़ख्मों को झेलता रहा है। लेकिन इस बार विद्रोहियों की हिम्मत और खतरनाक इरादा सबको हैरान करने वाला है।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) नाम के इस विद्रोही संगठन ने इस हमले को बहुत सोच-समझकर अंजाम दिया। पहले उन्होंने रेलवे ट्रैक पर धमाका किया। धमाके के बाद ट्रेन रुक गई। फिर हथियारों से लैस विद्रोहियों ने ट्रेन पर धावा बोल दिया। BLA ने खुद इस हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि ये उनकी सावधानी से बनाई गई योजना का हिस्सा था। उन्होंने पाकिस्तानी सेना को चेतावनी भी दी है कि अगर कोई सैन्य कार्रवाई हुई तो सभी बंधकों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
बतादें, पाकिस्तान और बलूच विद्रोहियों के बीच ये टकराव कोई नई बात नहीं है। बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक बड़ा सूबा है। वहां के लोग लंबे समय से अपनी शिकायतें लेकर सड़कों पर उतरते रहे हैं। सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार उनके इलाके से निकलने वाले प्राकृतिक उत्पादों जैसे गैस और खनिज का फायदा तो उठाती है, लेकिन वहां के लोगों को कुछ नहीं देती। वास्तविकता ये है कि इसी गुस्से ने ही बलूच लिबरेशन आर्मी जैसे संगठनों को जन्म दिया। ये ग्रुप कई सालों से पाकिस्तानी सेना और सरकारी ठिकानों पर हमले करते आ रहे हैं। जफर एक्सप्रेस का हाइजैक किया जाना भी इस जंग का एक नया और खौफनाक चेहरा है।
ट्रेन के हाईजैक (Train Hijack in Pakistan) ने पाकिस्तान सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। एक ओर तो उन्हें बंधकों की जान बचानी है तो दूसरी तरफ विद्रोहियों को जवाब भी देना है। बलूच विद्रोही पहले से ही सड़कें, पुल और गैस पाइपलाइनों को निशाना बनाते रहे हैं। अब ट्रेन हाइजैक करके उन्होंने अपनी ताकत और मंसूबे साफ कर दिए हैं। पाकिस्तान की सेना और सरकार के लिए ये हालात किसी बड़े इम्तिहान से कम नहीं हैं। अगर सरकार सैन्य कार्रवाई करती है तो बंधकों की जान खतरे में पड़ सकती है और अगर कुछ नहीं करती तो विद्रोहियों का हौसला सातवें आसमान पर होगा। देखना होगा कि पाकिस्तान की सरकार इस मामले से कैसे निपटती है।