Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। सरकार ने सिंधु जल समझौता को सस्पेंड करने, पाकिस्तानी वीजा को रद्द करने और हाई कमीशन में कर्मचारियों को कम करने जैसे 5 बड़े कदम उठाए हैं। पाकिस्तान सरकार द्वारा भी कई बड़े कदम उठाए गए। इसके साथ पाकिस्तानी मीडिया भारत के बारे में अफवाह फैला रही थी, जिसको देखते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तानी मीडिया के सोशल मीडिया अकाउंट्स को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है।
प्रतिबंध के बाद से कोई भी पाकिस्तानी मीडिया चैनल भारत में नहीं देखा जा रहा है। भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक X (Twitter) हैंडल को भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए ब्लॉक कर दिया है। अब भारतीय उपयोगकर्ता पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को X प्लेटफॉर्म पर एक्सेस नहीं कर सकते हैं।
भारत द्वारा किया यह डिजिटल ब्लैकआउट एक बड़े राजनीतिक और राजनयिक कदम के तहत उठाया गया है। सरकार के इस फैसले को पाकिस्तान के खिलाफ कड़े रुख के रूप में देखा जा रहा है, जो भारत की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस कदम के जरिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार के विदेशी प्रचार, दुष्प्रचार और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा, भले ही वह किसी भी मंच से हो।
डिजिटल ब्लैकआउट के साथ-साथ भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने अपने-अपने उच्चायोग में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या भी घटाने का निर्णय लिया है। दोनों देशों ने आपसी सहमति से 1 मई तक अपने उच्चायोगों के स्टाफ को 55 से घटाकर 30 कर देने का फैसला किया है। यह निर्णय स्पष्ट रूप से राजनयिक संबंधों में उत्पन्न तनाव का संकेत देता है और यह दर्शाता है कि फिलहाल दोनों देशों के बीच संवाद सीमित स्तर पर ही रह सकता है।