Lightning & Thunderstorms Kill 50 In Bihar: नालंदा जिले में गुरुवार को आई भयंकर आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा के कारण विशालकाय पेड़ों, दीवार और पुल के गिरने से 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। सड़कों पर से गिरे हुए वृक्षों को हटाने के लिए 54 टीम पूरे जिले में लगाई गई है। रातभर में सभी मुख्य मार्गों को चालू कर लिया जाएगा। इसके साथ ही विद्युत व्यवस्था को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है, जिसमें 18 किलोमीटर Low Tension लाइन और 320 से ज्यादा पोल को नुकसान हुआ है। विद्युत संपर्क चालू करने हेतु 42 टीम लगी है। सभी टीम और कर्मियों को स्पष्ट निर्देश है कि रातभर कार्य कर लोगों को सहूलियत पहुंचाएं।
नालंदा थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक नालंदा खंडहर में एक विशाल पीपल का पेड़ जड़ से उखड़कर गिरने से खंडहर में तैनात एक गार्ड की पेड़ के नीचे दबकर मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान नालंदा थाना क्षेत्र के सरिलचक गांव निवासी स्व.बसंत लाल के (28) वर्षीय पुत्र राकेश कुमार के रूप में की गई है। मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में देवी स्थान के समीप एक विशालकाय पीपल का पेड़ गिरने से एक व्यक्ति पेड़ के नीचे दबकर मर गया, जबकि 4 अन्य लोगों की मौत मंदिर की दीवार गिरने से हो गई।
नालन्दा के पावापुरी सहायक थाना इलाके के दुर्गापुर खंधा में अचानक ताड़ का पेड़ दुर्गापुर निवासी पिंटू यादव के (10) वर्षीय पुत्र अंकित कुमार पर गिर गया, जिससे उसकी मौत वहीं पर हो गई। सिलाव थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव निवासी कांति देवी (39) की ताड के पेड़ से दबकर मौत हो गई। नूरसराय और मानपुर के विशुनपुर में 1-1 मौत हुई है, जबकि बिहार थाना क्षेत्र के चैनपुरा में 2 लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान बिहार थाना क्षेत्र के चांदपुर मोहल्ला निवासी मोहम्मद अनवर के पुत्र मोहम्मद आमिर (18) और सतीश राम के पुत्र करण राम (13) के रूप में की गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दोनों की मौत खेलने के दौरान बिजली गिरने से हुई है।
इस आंधी तूफान के कारण किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में तैयार खड़ी गेहूं और मूंग की फसलें तेज हवाओं और बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कई स्थानों पर फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि 5 पशुओं की भी मृत्यु हुई है। पशुओं की भी क्षति का आकलन करके उनको भी मुआवजा देने की कार्रवाई की जा रही है।
इस्लामपुर थाना क्षेत्र के बालमत बिगहा गांव के पास पुल गिरने से 1 ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 लोग घायल हो गये। उन घायलों में एक को गंभीर हालत में रेफर कर दिया गया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, शरीफ प्रखंड में कुल 9 लोगों की मौत में से 6 नगमा में, 1 विशुनपुर में और 2 चैनपुरा में मौत हुई हैं। रूहेल प्रखंड में 4 लोगों की मौत हुई है, जिसमें अम्बा में 2, मोरा तालाब और इमामगंज में 1-1 मौत हुई है। इस्लामपुर में प्रखंड के ढेकवाहा में 3 लोगों की मौत हुई है। गिरियक प्रखंड के दुर्गापुर में 1, सिलाव प्रखंड में 2 लोगों की मौत हुई है, जिसमें खंडहर और गोरावाह में 1-1 मौत हुई है। बेन प्रखंड के गुल्ला बिगहा में एक मौत हुई है और नूरसराय प्रखंड में 2 मौत हुई हैं, जिसमें बरारा और रसलपुर में 1-1 मौत हुई है।
नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए इस घटना को बहुत ही दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि आज गुरूवार को प्राकृतिक आपदा में जिलेभर में 22 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। अधिकांश मृत्यु वृक्ष गिरने से हुई है। मुख्यमंत्री जी ने सभी को मुआवजा देने का तत्काल निर्देश दिया है। डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दे गई है। प्रेस रिलीज के अनुसार, सभी मृतकों के परिजनों को 4 लाख अनुग्रह अनुदान के रूप में दिया जाएगा। पुलिस और प्रशासन की टीम सारे स्पॉट पर पहुँच गयी थी और लगातार लोगों को निकालने का लोगों को घर पहुंचाने का काम किया गया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सभी पीड़ितों को आपदा प्रबंधन के अंतर्गत अनुग्रह अनुदान भुगतान करने की कार्रवाई की जा रही है |