PM Modi Kuwait Visit: यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की देश की पहली यात्रा है। कुवैत की यात्रा करने वाली आखिरी भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, जिन्होंने 1981 में यात्रा की थी। तबसे कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री कुवैत नहीं गए।
कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद शनिवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो स्थानीय लोगों अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ और अब्दुल्ला अल बैरन से मुलाकात की। ये वही लोग हैं जिन्होंने भारतीय महाकाव्य रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करके प्रकाशित किया है। अल बरून ने जहां रामायण और महाभारत दोनों का अरबी भाषा में अनुवाद किया है, वहीं अल नेसेफ ने दोनों महाकाव्य के अरबी संस्करण प्रकाशित किए हैं। प्रधानमंत्री ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में इन दोनों लोगों और उनके प्रयासों के बारे में भी चर्चा की थी।
पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “मैं बहुत खुश हूं, यह मेरे लिए सम्मान की बात है। पीएम मोदी इससे बहुत खुश हैं। ये पुस्तकें बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने दोनों पुस्तकों पर हस्ताक्षर किए।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूछा कि अनुवाद में कितने साल लगे, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें 2 साल और 8 महीने लगे। अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ और अब्दुल्ला बैरन ने दुनियां भर से 30 से अधिक पुस्तकों और महाकाव्यों का अरबी में अनुवाद किया है। पीएम मोदी ने किताब पर हस्ताक्षर करने के साथ ही जय श्रीराम भी लिखा। बीजेपी के आईटी मीडिया सेल प्रभारी ने X पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय श्रीराम के साथ अरबी भाषा में अनुवादित रामायण का समापन किया।”