फ्रांस के मायोट द्वीप पर आये भयंकर चक्रवाती तूफान के कारण 1000 से ज्यादा मौतों की आशंका, चारों ओर बस बर्बादी और तबाही का मंज़र।

फ्रांस के मायोट द्वीप पर आये भयंकर चक्रवाती तूफान के कारण 1000 से ज्यादा मौतों की आशंका, चारों ओर बस बर्बादी और तबाही का मंज़र।

Cyclone Chido Devastates Mayotte: फ्रांस के मायोट द्वीप पर आये भयंकर चक्रवाती तूफान के कारण 1000 से ज्यादा मौतों की आशंका, चारों ओर बस बर्बादी और तबाही का मंज़र। फ्रांस के मायोट में आए चक्रवाती तूफान ‘चिडो’ में 1000 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। फ्रांसीसी क्षेत्र में आए पिछले 100 साल के सबसे भीषण तूफान ने द्वीपसमूह को तहस नहस कर दिया है। फिलहाल आधिकारिक रूप से मरने वालों की संख्या जारी नहीं की गई है। इस बीच, फ्रांस ने सोमवार को अपने छोटे से हिंद महासागर क्षेत्र मायोट में बचाव कर्मियों और आपूर्ति को पहुंचाने के लिए जहाजों और सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया।

मायोट प्रीफेक्ट फ्रांकोइस-जेवियर बियुविले ने कहा, इस तीव्र उष्णकटिबंधीय चक्रवात के कारण हुई मौतों और घायलों की सटीक संख्या का पता लगाना बहुत कठिन है। चक्रवात के कारण 225 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं और दर्जनों बस्तियां, हवाई अड्डे सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, इलाके तबाह हो गए हैं और बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। वहीं, फ्रांसीसी आंतरिक मंत्रालय ने कहा, इस स्तर पर सभी पीड़ितों का हिसाब देना मुश्किल होगा, लेकिन अब तक 21 शवों की गिनती हो चुकी है और 250 से अधिक घायल हैं।

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ब्लूस्काई पर कहा, “इस भयावह संकट में यूरोप मायोट के लोगों के साथ खड़ा है और यूरोपीय संघ आने वाले दिनों में सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।” इस बीच, अधिकारियों ने सड़कों से पेड़ों को हटाने के लिए सैन्य शैली के वाहनों का इस्तेमाल किया, ताकि बचाव दल और आपूर्ति जरूरतमंद लोगों तक पहुंच सके। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में आपातकालीन टीमें पहुंचने में अभी भी बाधा आ रही है।

स्कूल-अस्पताल और सरकारी कार्यालय खंडहर बने

चक्रवाती तूफान आने के बाद जिंदा बचे लोग पानी और आश्रय की तलाश में मलबे से भरी सड़कों पर भटकते दिखाई दिए। स्थानीय निवासियों के अनुसार, चिडो से भारी विनाश हुआ है। स्कूल, अस्पताल, रेस्तरां और सरकारी कार्यालय खंडहर हो गए हैं। पहाड़ी गांव लकड़ी के ढेर में तब्दील हो चुके हैं। लोग पीने के पानी और भोजन को लेकर चिंतित हैं। टावर टूटने से फोन और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हुई हैं।