नई दिल्ली स्टेशन पर महाकुंभ जा रहे 18 लोगों की भगदड़ से मौत, प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा बनी भगदड़ की वजह।

नई दिल्ली स्टेशन पर महाकुंभ जा रहे 18 लोगों की भगदड़ से मौत, प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा बनी भगदड़ की वजह।

New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात करीब 9:26 बजे भगदड़ से 18 लोगों की मौत हो गई। इनमें 14 महिलाएं और 3 बच्चे हैं। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) ने मौत की पुष्टि की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 12:56 बजे ट्वीट किया- ‘नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से दुखी। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्दी ठीक हों।

महाकुंभ जाने के लिए स्टेशन पर शाम 4 बजे से ही भीड़ जुटने लगी थी। रात को करीब 8:30 बजे प्रयागराज जाने वाली 3 ट्रेनें लेट हो गईं, जिससे भीड़ बढ़ी और भगदड़ मच गई। शुरुआत में रेलवे अधिकारी भगदड़ की बात को अफवाह बताते रहे। लेकिन हादसे की गंभीरता को देखते हुए बाद में अपने बयानों को बदला। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ट्वीट कर मौत पर संवेदना व्यक्त की। इसके 20 मिनट बाद ही LNJP ने 15 लोगों के मौत की पुष्टि की। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना (LG V K Saxena) ने रात 11:55 बजे ट्वीट किया, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस घटना पर मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है।” फिर 12:24 बजे अपने ट्वीट को एडिट करते हुए लिखा- “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। इस स्थिति को संभालने के लिए मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात की गई है।”

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर इतनी भीड़ थी कि पैर रखने तक की जगह नहीं थी। ट्रेन ठसाठस भरी हुई थी। चुनिंदा पुलिस वाले ही प्लेटफॉर्म पर थे, जो बार बार लोगों से बोल रहे थे कि जान बचानी है तो लौट जाइए। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कन्फर्म टिकट वाले भी डिब्बे में नहीं घुस पा रहे थे। वहां इतनी ज्यादा धक्का-मुक्की थी कि हम जैसे-तैसे भीड़ से बाहर निकल सके। मैंने जिंदगी में पहली बार इस स्टेशन पर इतनी भीड़ देखी। मैंने खुद 6-7 महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाते हुए देखा।