अयोध्या में राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे मुख्य शिखर पर कलश स्थापित, अन्य 6 शिखरों पर भी कलश की जल्द होगी स्थापना।

अयोध्या में राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे मुख्य शिखर पर कलश स्थापित, अन्य 6 शिखरों पर भी कलश की जल्द होगी स्थापना।

Historic Moment At Ram Temple: आज 14 अप्रैल को रामनगरी अयोध्या में बैसाखी के पावन पर्व की शुभ घड़ी पर राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह के मुख्य शिखर पर कलश स्थापित किया गया। 161 फिट ऊंचाई पर कलश पहुंचाने के लिए क्रेन की सहायता ली गई। विधि विधान पूर्वक वैदिक आचार्यों ने मंत्रों उच्चारण के साथ कलश पूजन कराया। इसके साथ जन्मभूमि परिसर में बने मंदिरों में शब्द ऋषियों की भी स्थापना पूर्ण हो गई। इस मुख्य शिखर कलश के अलावा परकोटे में बन रहे 6 मंदिरों पर भी कलश की स्थापना की जाएगी। इसके लिए दिन रात निर्माण कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण न केवल आध्यात्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक है। योगी ने ट्रस्ट और निर्माण कार्य से जुड़े सभी लोगों की सराहना की और इसे ‘नए भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि अयोध्या को विश्वस्तरीय तीर्थस्थल बनाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शिखर पर कलश की स्थापना पर कहा कि बैसाखी के महत्वपूर्ण तिथि और डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती के दिन श्रीराम जन्मभूमि के भव्य मंदिर के गर्भगृह के शिखर का कार्य पूर्ण हो गया। सोमवार की सुबह 9:15 बजे पूरे विधि विधान से पूजन के साथ कलश स्थापना का कार्य प्रारंभ किया गया और 10:30 बजे शिखर का कार्य पूर्ण हो गया। इस अवसर पर अयोध्या में उत्सव का माहौल रहा और स्थानीय लोगों ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया।

चंपत राय ने बताया कि मंदिर परिसर में बन रहे परकोटा के 6 मंदिरों के शिखर पर भी कलश स्थापना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर के भूतल पर रामलला विराजमान है और प्रथम तल पर राम दरबार है। परकोटा के 6 मंदिरों में देवताओं की प्रतिष्ठा होगी इसके अलावा सत्य मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना पूरी हो चुकी है। और शेष शेषावतार मंदिर की भी स्थपना इस वर्ष पूरा हो जायेगा। उन्होंने बताया कि कलश स्थापना के बाद अंदर लगी मशीनों को अब खोलकर बाहर करने का कार्य जल्द हो जायेगा।