Mahakumbh Traffic Jam: महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए देश-दुनिया से श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नौ फरवरी तक प्रयागराज महाकुंभ में 43.57 करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। 10 फरवरी को सुबह 10 बजे तक 63 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया है। हर दिन करीब 1.44 करोड़ लोग डुबकी लगा रहे हैं। देश के कोने-कोने से लोग प्रयागराज आ रहे हैं। जिस कारण महाकुंभ जाने वाले हर रास्ते में भीषण जाम लग गया है। एक किलोमीटर आगे बढ़ने में लोगों को घंटों समय लग रहा है। प्रशासन के इंतजाम नकाफी साबित हो रहे हैं।
प्रयागराज के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त कुलदीप सिंह ने कहा कि 2019 के कुंभ में इतनी भीड़ नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि इस बार सामान्य दिनों में इतनी अधिक भीड़ आ रही है जिससे यातायात जाम की स्थिति बनी हुई है। महाकुंभ में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने और भारी भीड़ से निपटने के लिये रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने कई नयी व्यवस्थाएं की हैं। भारी जाम और परेशानियों के बाद भी प्रयागराज और वाराणसी में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। प्रयागराज में कुंभ स्नान के बाद वाराणसी में बड़े पैमाने पर आ रही भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने शहर में कई जगह चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया है। बाहरी वाहनों को वाराणसी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
हजारों की संख्या में लोग संगम में डुबकी लगाने और मेला घूमने के बाद काशी और अयोध्या जा रहे हैं। प्रयागराज के सहायक पुलिस आयुक्त (यातायात) ने बताया कि महाकुंभ मेले से निकलने वाली ज्यादातर भीड़ काशी और अयोध्या वाले मार्ग की ओर जा रही है। प्रयागराज स्टेशन के बाहर मौजूद भारी भीड़ की वजह से स्टेशन से बाहर निकलने वाले श्रद्धालुओं को हो रही असुविधा के चलते उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का प्रयागराज संगम स्टेशन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक यात्री आवागमन के लिए बंद किया गया है। महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले अन्य आठ स्टेशनों से हालांकि नियमित और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन नियमित रूप से हो रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई रास्तों पर चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से भीड भाड़ वाले स्थानों पर नजर रखी जा रही है। कई जगहों पर रूट डायवर्ट किया गया है।