CM योगी आदित्यनाथ का आदेश – एक्सप्रेस-वे के किनारे न हों शराब की दुकानें, बच्चों के हाथ में न हो ई-रिक्शा, सड़क के दोनों ओर बनें अस्पताल।

CM योगी आदित्यनाथ का आदेश – एक्सप्रेस-वे के किनारे न हों शराब की दुकानें, बच्चों के हाथ में न हो ई-रिक्शा, सड़क के दोनों ओर बनें अस्पताल।

CM Yogi Order For Road Safety: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में यह आदेश दिया कि एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हो, फूड प्लाजा की तरह प्रदेश प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ करें अस्पताल की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा, “सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभाग आपसी तालमेल बनाकर सड़क दुर्घटनाओं को कंट्रोल करें। जिला स्तर पर प्रत्येक माह एवं मंडल स्तर पर हर तीन महीने में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो।”

सड़क सुरक्षा पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक के नियमों को जोड़ा जाए। इसके साथ ही उन्होंने डग्गामार वाहनों एवं ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। बैठक में इस बात पर गौर किया गया कि ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइव, गलत साइड पर गाड़ी चलाना, जंपिंग रेड लाइट एवं मोबाइल फोन का उपयोग सड़क दुर्घटना घटित होने के मुख्य कारण हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिया कि नाबालिग बच्चों के हाथ में ई-रिक्शा न दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने रविवार (2 मार्च) को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान संबंधित विभागों के मंत्री, शासन स्तर के अधिकारी, सभी मंडलों के मंडलायुक्त, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर एवं पुलिस अधीक्षक को प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सड़क दुर्घटनाओं के वार्षिक आंकड़ों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024 में 46052 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 34600 लोग घायल हुए हैं, जबकि 24 हजार से अधिक मौतें हुई हैं, जो कि अत्यंत दुखद है। इसे हर हाल में न्यूनतम करना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर सामूहिक प्रयासों के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करें। साथ ही प्रदेश के सभी मार्गों पर ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर उन्हें ठीक कराएं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वर्ष 2024 में प्रदेश के 75 जनपदों हुई दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 20 जनपदों- हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलन्दशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर में जनहानि हुई है। प्रदेश में कुल हुई दुर्घटना मृत्यु में 42% इन 20 जनपदों से है। उन्होंने इसको नियंत्रित करने के लिए दुर्घटना के कारकों को खोजने एवं लोगों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2024 में जिला सड़क सुरक्षा समिति की कम बैठक करने वाले जनपदों बलरामपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, चंदौली, व जौनपुर को निर्देशित करते हुए कहा कि इन जनपदों में इसी सप्ताह बैठक हो जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एनएचआई की 93 सड़कें हैं, इनमें से सिर्फ 4 सड़कों पर कैमरे लगे हैं। उन्होंने बाकी सड़कों पर भी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि अक्सर यह देखा गया है कि सड़क पर करते समय भी बहुत सी दुर्घटनाएं हो जाती हैं, इसके दृष्टिगत एनएचआई की बहुत सी सड़कों पर फुट ओवर ब्रिज की आवश्यकता है, स्थानों को चिन्हित कर उनका भी निर्माण कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित साइनेज अवश्य लगाएं।