सड़क हादसों में जान बचाने वालों को मिलेगा अब पांच गुना इनाम, सरकार ने पुरस्कार राशि को 5 हजार से बढ़ाकर 25 हजार किया।

सड़क हादसों में जान बचाने वालों को मिलेगा अब पांच गुना इनाम, सरकार ने पुरस्कार राशि को 5 हजार से बढ़ाकर 25 हजार किया।

Road Safety Program in Nagpur: सड़क हादसों के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने सरकार सड़क दुर्घटना पीड़ितों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने वालों को दी जाने वाली इनाम राशि को बढ़ाने की घोषणा की है। यह घोषणा नितिन गडकरी ने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की। घोषणा के अनुसार, अब दुर्घटना में पीड़ित को समय पर अस्पताल पहुंचाने पर मिलने वाली इनाम राशि बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दी जाएगी। अब तक 5,000 रुपये का इनाम दिया जाता है। इस बदलाव के बाद इनाम राशि में वर्तमान राशि से पांच गुना की वृद्धि हुई है।

सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती दर ने सरकार की चिंता बढ़ादी है। देश में अच्छे राजमार्गों और एक्सप्रेसवे का नेटवर्क तो बढ़ा है, लेकिन नेटवर्क बढ़ने के साथ दुर्घटनाओं की संख्या में भी बहुत वृद्धि हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में मौतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार अब सड़क सुरक्षा, जागरूकता और सख्ती के लिए नए उपाय आजमाने जा रही है। इसके अलावा आयोग ऐसे जागरूक लोगों को भी तैयार करने की योजना बना रहा है जो सड़क पर अवैध रूप से पार्क किए गए वाहनों की सूचना तुरंत यातायात पुलिस को देंगे।

आंकड़ों पर निगाह डालें तो पता चलता है कि किसी महामारी में होने वाली मौतों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अधिक मौतें होती हैं। साल 2024 में सड़क दुर्घटनाओं में एक लाख 80 हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, जिनमें से 66 प्रतिशत लोग 18 से 34 वर्ष की आयु वर्ग के होंगे। अगर उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया गया होता तो पचास हजार लोगों को बचाया जा सकता था।

नागपुर में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस साल सड़क किनारे स्थित स्कूलों में प्रवेश और निकास की अनुचित व्यवस्था के कारण हुई दुर्घटनाओं में 10 हजार बच्चों की जान चली गई। यह बहुत चिंताजनक है। ऐसे स्कूलों के सामने की सड़क अच्छी तरह से डिजाइन की जानी चाहिए और वहां फुटओवर ब्रिज भी होने चाहिए। इसके लिए राज्य सरकारों को अपने बजट में इस व्यवस्था के लिए 1000 से 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने को कहा गया है। सांसद या विधायक निधि भी इस पर खर्च की जानी चाहिए।