महाकुंभ में स्नान के बाद NCP नेता समेत 4 श्रृद्धालुओं की हार्ट अटैक से हुई मौत, 9000 से अधिक लोग पड़े बीमार।

महाकुंभ में स्नान के बाद NCP नेता समेत 4 श्रृद्धालुओं की हार्ट अटैक से हुई मौत, 9000 से अधिक लोग पड़े बीमार।

महाकुंभ में लाखों-करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंच रहे हैं। लेकिन सर्दी अधिक होने के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में सोमवार शाम तक 24 घंटे में 9674 मरीजों का इलाज किया गया। यहां एक बुजुर्ग संत की मौत के बाद महाराष्ट्र के एक एनसीपी नेता की भी मौत हो गई। वहीं एक MP की एक महिला सहित दो अन्य लोगों की भी मौत हुई है।

महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में नियुक्त डॉ. सिद्धार्थ पांडेय ने श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह दी है। 4 मृतों में एक 85 वर्षीय अर्जुन गिरि को हार्ट अटैक होने पर आनन-फानन में एसआरएन अस्पताल लाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसी तरह एनसीपी नेता महेश कोठे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे महाराष्ट्र के सोलापुर के पूर्व महापौर रह चुके थे। महेश कोठे कुंभ मेले के लिए प्रयागराज गए थे। उन्होंने गंगा नदी में शाही स्नान किया, जिसके बाद ठंड के कारण उनका खून जम गया और उसी समय उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। उनका पार्थिव शरीर विमान से सोलापुर लाया गया है।

महेश कोठे के निधन पर NCP अध्यक्ष शरद पवार ने X पर लिखा है, ”सोलापुर के सबसे कम उम्र के मेयर और मेरे पुराने सहयोगी महेश कोठे का प्रयागराज में निधन हो गया। महेश कोठे का सामाजिक कार्य और सोलापुर की राजनीति में बड़ा प्रभाव था। उनके निधन से सोलापुर शहर ने एक बहादुर कार्यकर्ता खो दिया। हम इस दुख की घड़ी में कोठे परिवार के साथ हैं।” सोलापुर के सबसे कम उम्र के मेयर महेश कोठे शरद पवार के करीबी भी थे। एनसीपी के विभाजन के बाद वह शरद पवार के साथ ही रहे। विधानसभा चुनाव में महेश कोठे तो हार गए थे लेकिन उनके भतीजे देवेंद्र कोठे बीजेपी के टिकट से सोलापुर सिटी सेंट्रल से जीत गए थे। महेश कोठे की एनसीपी के नेता होने के बावजूद सभी राजनीतिक दलों से बड़ी घनिष्ठता थी।