गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा, प्रशिक्षण के दौरान तटरक्षक बल का हेलीकॉप्टर क्रैश, क्रू के तीन सदस्यों की मौत।

गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा, प्रशिक्षण के दौरान तटरक्षक बल का हेलीकॉप्टर क्रैश, क्रू के तीन सदस्यों की मौत।

Dhruv Helicopter Crashes in Gujrat: आज 4 जनवरी को गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा हो गया। दरअसल वहां तटरक्षक बल का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। भारतीय तटरक्षक बल का हेलीकॉप्टर एएलएच (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) ध्रुव रुटीन उड़ान पर था, जिस दौरान वह हादसे का शिकार हो गया। हादसे में क्रू के सदस्यों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। क्रू के सदस्यों को जली हुई हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तटरक्षक बल (Coast Guard) का हेलीकॉप्टर पोरबंदर हेलीपेड पर रविवार दोपहर करीब 12 बजे हादसे का शिकार हुआ। हेलीकॉप्टर नियमित उड़ान पर था और हादसा हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के वक्त हुआ। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर में आग लग गई। हेलीकॉप्टर में 2 पायलट समेत कुल 3 लोग थे। इस दुर्घटना में तीनों की मौत हो गई। गुजरात के पोरबंदर के पुलिस अधीक्षक भगीरथ सिंह जडेजा ने बताया कि पुलिस और तटरक्षक बल हादसे की वजह की जांच कर रहे हैं।

बतादें, यह पहली बार नहीं है जब ध्रुव हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ हो। बीते सितंबर में ही भारतीय तटरक्षक बल का ध्रुव हेलीकॉप्टर ही अरब सागर में हादसे का शिकार हुआ था। उस हादसे में क्रू के तीन सदस्य लापता हो गए थे। क्रू के एक सदस्य को बचा लिया गया था। इसके अलावा करीब 9 माह पहले मार्च 2024 में भी नौसेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर की अरब सागर में आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी। एक साल में कई बार हुए हादसों ने ध्रुव हेलीकॉप्टर की सुरक्षा तंत्र पर संदेह उत्पन्न कर दिया है।

ध्रुव हेलीकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया था। कई साल की परीक्षण उड़ानों के बाद साल 2002 में इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। ध्रुव हेलीकॉप्टर की यात्री क्षमता 12 की है जिसमें 2 दो पायलट भी शामिल हैं। इसे सैन्य और नागरिक दोनों उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्रुव हेलीकॉप्टर को एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल्स (ATGM) से भी लैस किया जा सकता है। इतना ही नहीं ध्रुव हेलीकॉप्टर से हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी दागी जा सकती हैं। इस हेलीकॉप्टर को इस कैटेगरी का बेहतरीन हेलीकॉप्टर माना जाता है।