प्रतिभा: पिथौरागढ़ की प्रियांशी ने इतिहास रच दिया है। उत्तराखंड बोर्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी छात्र के हर विषय में पूर्णांक ही प्राप्तांक हों। जी हां ये सच है, प्रियांशी ने उत्तराखंड बोर्ड टॉप करते हुए 500 में 500 अंक प्राप्त किये हैं। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उनके पिता राजेश रावत और माता रजनी रावत फूले नहीं समा रहे हैं।