दिल्ली में महिलाओं को मिलेंगे 2500 रुपये महीना, दिल्ली कैबिनेट मीटिंग में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की घोषणा।

दिल्ली में महिलाओं को मिलेंगे 2500 रुपये महीना, दिल्ली कैबिनेट मीटिंग में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की घोषणा।

Delhi Govt Approves Mahila Samridhi Scheme: आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के अवसर पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ‘महिला दिवस कार्यक्रम’ में कहा कि सरकार बनाने में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। महिलाओं ने भाजपा पर भरोसा जताया है। देश में भाजपा की महिला सीएम और डिप्टी सीएम हैं। महिलाओं के बिना जीत पाना संभव नहीं था। भाजपा के पास सबसे ज्यादा महिला सांसद हैं। महिलाएं अब मुख्या धारा का हिस्सा हैं।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि मैं कहता हूं कि जिस घर में नारी का सम्मान नहीं है, वो घर आगे बढ़ नहीं सकता। इसी तरह जिस देश में नारी का सम्मान नहीं है, वो देश भी आगे नहीं बढ़ सकता। नरेंद्र मोदी ने इस बात को समझा और महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने का काम किया। दिल्ली सरकार ने महिलाओं को 2500 रुपये देने के लिए ‘महिला समृद्धि योजना’ (Mahila Samriddhi Scheme) को मंजूरी दिए जाने पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने कहा कि इस योजना को लागू करने के लिए एक वर्ष के लिए 5100 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। अब हम पंजीकरण शुरू करेंगे और इस योजना को लागू किया जाएगा।

जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम (Jawaharlal Nehru Stadium) में भाजपा के दिल्ली महिला मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने कहा कि केवल भाजपा में ही महिलाओं का सम्मान होता है। कांग्रेस काल में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं तो उस समय उनके अलावा कोई अन्य महिला कैबिनेट में नहीं थी। वहीं आप की सरकार में महिला सांसद को घर पर बुलाकर पीटा जाता था। दिल्ली के हर जिले में वन स्टॉप सेंटर बनाया जाएगा। हर जरूरत की जगह पर पिंक शौचालय बनाएंगे। महिलाओं से जो वादा किया है उसे भी पूरा करेंगे।

बेटी और बेटा बराबर हैं – रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर कहा कि हमारा समाज बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ से होता हुआ बेटी बढ़ाओ तक पहुंचा है। यह हम सभी के लिए खुशी की बात है। समाज को आगे आना होगा कि बेटी बढ़ाने के लिए न केवल शिक्षा बल्कि उसका स्वास्थ्य, आत्मनिर्भरता, सम्मान और सशक्तिकरण जैसी हर चीज को जोड़ना होगा। आज समाज में पहले की अपेक्षा बहुत बदलाव है। यह समाज के मन से आना चाहिए कि हमारे लिए बेटी और बेटा बराबर हैं।