मंदिर – कोणार्क: अद्भुत वास्तुकला का धनी कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के सूर्य मंदिरों में सबसे प्रमुख है।

मंदिर – कोणार्क: अद्भुत वास्तुकला का धनी कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के सूर्य मंदिरों में सबसे प्रमुख है। यह मंदिर उड़ीसा प्रांत के पुरी जिले में स्थित है। इस मंदिर को इस तरह बनाया गया है कि सूर्य की पहली किरण भगवान की मूर्ति पर ही पड़े। हाल ही में कुछ ऐसा ही प्रयोग अयोध्या में राम मंदिर में देखने को मिला था। मंदिर में मौजूद रथ में 12 जोड़ी पहिये हैं जो 24 घंटों को दर्शाते हैं। 7 घोड़े हैं जो 7 दिनों को दर्शाते हैं। 1984 में UNESCO ने इसे विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया। पौराणिक कथानुसार, श्रीकृष्ण के पुत्र साम्ब ने देवऋषि नारद के साथ अभद्रता की थी। जिसकी वजह से नारद ने साम्ब को श्राप दिया। श्राप के फलस्वरूप साम्ब को कुष्ठ रोग हो गया। रोग के उपचार हेतु कोर्णाक में उन्होंने 12 वर्षों तक सूर्य देव की तपस्या की। सूर्य देव ने प्रसन्न हो कर दर्शन दिये और साम्ब के सारे कष्ट दूर कर दिये। तत्पश्चात साम्ब ने सूर्य को समर्पित एक मंदिर बनवाने का प्रण किया।