खेल – बैडमिंटन: नोएडा के डीएम रहे सुहास एलवाई बने दुनियां के नंबर 1 पैरा शटलर खिलाड़ी, फ्रांस के दिग्गज शटलर लुकास माजुर को पछाड़ कर ये उपलब्धि की हासिल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांधे तारीफों के पुल। सुहास ने अपने जीवन में तमाम उतार-चढ़ाव से गुजरते हुए अपने सपने को पूरा किया है और अपनी जिद, मेहनत और जुनून के चलते पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिया है। उत्तर प्रदेश के खेल सचिव IAS अधिकारी सुहास एलवाई (सुहास लालिनाकेरे यतिराज) ने इतिहास रचते हुए पैरा बैडमिंटन की नंबर-1 रैंकिंग हासिल कर ली है। सुहास ने ये उपलब्धि तमाम संघर्षों के बाद बटोरी है।
सुहास एलवाई (Suhas Lalinakere Yathiraj) का जन्म कर्नाटक के हासना जिले में हुआ था। वह जन्म से ही दिव्यांग थे। पढ़ाई-लिखाई स्थानीय भाषा कन्नड़ में शुरू की। पैर से दिव्यांग होने के बावजूद सुहास एलवाई खिलाड़ी बनना चाहते थे। उनका बचपन से ही देश के लिए खेलने और जीतने का सपना था। परिवार ने सुहास के इस जुनून को सराहा और उनकी हर संभव मदद दी। सुहास स्कूल में क्रिकेट खेलते रहे। इंजीनियरिंग करने के बाद उन्हें नौकरी मिल गई थी। लेकिन इसी बीच उनके पिता का देहांत हो गया। पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी भी सुहास एलवाई पर आ गई। सुहास ने नौकरी के साथ-साथ सिविल परीक्षा पास करने की ठानी। उन्होंने 2007 में UPSC की परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला।
उत्तर प्रदेश कैडर मिलने के बाद उन्हें अलग-अलग जिलों में तैनाती मिली। 2015 में उन्हें आजमगढ़ का जिलाधिकारी (DM) बनाया गया। अपने काम के साथ साथ उन्होंने बैडमिंटन खेलना शुरू किया। धीरे-धीरे वह अच्छा खेलने लगे और प्रोफेशनल बैडमिंटन खेलने लगे। इसके बाद प्रयागराज समेत कई जिलों में उनका तबादला हुआ लेकिन उनका खेल उनसे नहीं छूटा। सुहास ने 2016 में ही चीन में खेले गए एशियाई पैरा चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण जीता। इसके बाद 2020 में उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में रजत और 2024 में थाईलैंड में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता। इन उपलब्धियों के लिए 2021 में भारत सरकार ने सुहास एलवाई को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया।
सुहास एलवाई ने बीडब्ल्यूएफ पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड रैंकिंग में पहली रैंक हासिल की है। उन्होंने फ्रांस के दिग्गज शटलर लुकास माजुर को पछाड़ कर ये उपलब्धि हासिल की है। सुहास एलवाई को टोक्यो पैरालंपिक में SL-4 कैटेगरी में लुकास माजुर ने ही हराया था। उस समय सुहास ने रजत पदक जीता था। पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड रैंकिंग की ओर से जारी की गई ताजा रैंकिंग में सुहास के नाम 60,527 अंक हैं। जबकि फ्रांस के लुकास माजुर 58,953 अंक के साथ दूसरे और इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतिवान 51,455 अंक के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
सुहास एलवाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर इस रैंकिंग का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा कि “आखिरकार वर्ल्ड नंबर-1, इसे साझा करते हुए खुशी हो रही है। मुझे जीवन में पहली बार बैडमिंटन विश्व महासंघ की पैरा बैडमिंटन रैंकिंग में वर्ल्ड की नंबर-1 रैंकिंग मिली है। इससे पहले लंबे समय तक इस स्थान पर लुकास माजुर बने हुए थे। आपके आशीर्वाद और शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। जय हिंद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सुहास को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर सुहास एलवाई की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि “बधाई हो, खेल के प्रति आपका समर्पण और साथ में प्रशासनिक कर्तव्यों का कुशल संचालन सराहनीय है। आपके भविष्य में सभी प्रयासों की सफलता की कामना करता हूं। हमें आपकी उपलब्धियों और आपसे मिलने वाली प्रेरणा पर गर्व है।”