Winter Healthy Tips: सर्दी आते ही खांसी, जुकाम और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याएं आम होती हैं। इसके अतिरिक्त सांस संबंधी रोगों से ग्रसित व्यक्तियों के साथ ही मधुमेह (डायबिटीज) और हृदय रोग से ग्रसित लोगों को भी समस्याओं से जूझना पड़ता है। इसलिए, अगर हम अपनी दिनचर्या में आयुर्वेद के कुछ सुझाव शामिल करें तो हमें उपरोक्त सभी रोगों से होने वाली समस्याओं से निजात मिल सकती है।
भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद औषधियों के उचित उपयोग के साथ हमें मौसम के अनुसार जीवन जीने की कला सिखाता है, जिससे हमारा शरीर स्वस्थ बना रहे। आयुर्वेद हमें अनुशासित जीवनशैली, संतुलित आहार, मौसम के अनुसार रहन-सहन और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने की शिक्षा देती है। आयुर्वेद शास्त्र महज कोई सामान्य पुस्तक नहीं बल्कि समस्त स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभावी समाधान की खान है।
सर्दियों के दौरान स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कई पोषक तत्वों से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन हर हाल में करना चाहिए। सब्जियाँ हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के साथ पूरे शरीर को ऊर्जा से लबालब रखतीं हैं। युवावस्था तक घी, मक्खन, दूध आदि का सेवन भी शरीर को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही, मौसमी फलों का भी सेवन करना आवश्यक है, क्योंकि ये हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जितना अधिक प्रतिरोधक क्षमता होगी उतना ही हम बीमारियों से बच सकते हैं। इस दौरान अमरुद, चीकू, पपीता का सेवन बहुत लाभदायक है। अमरुद में सेब से भी कहीं ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। तिल, गुड़ और मूंगफली का नियमित सेवन भी हमें ऊर्जा से भरपूर रखता है।