ज्योतिर्लिंग – महाकालेश्वर

ज्योतिर्लिंग – महाकालेश्वर

ज्योतिर्लिंग – महाकालेश्वर: भगवान शिव का यह ज्योतिर्लिंग  मध्यप्रदेश प्रांत के  उज्जैन शहर में स्थित है। पौराणिक मान्यतानुसार, भगवान शिव ने यहाँ दूषण नामक राक्षस का वध किया था। तदुपरांत भक्तों के अनुरोध पर शिव यहाँ ज्योतिर्लिंग रूप में सदैव के लिए विराजित हो गये। दक्षिणमुखी होने की वजह से यह शिवलिंग और भी विशेष है। प्राचीन समय में पूरे विश्व का समय(काल) का निर्धारण उज्जैन शहर से होता था इसलिए इस ज्योतिर्लिंग का नाम महाकालेश्वर पड़ा। यहाँ प्रतिदिन सुबह  भस्म_आरती होती है। इस आरती की खासियत ये है कि इसमें ताजा मुर्दे की भस्म से महाकाल का श्रृंगार किया जाता है। इस आरती में शामिल होने के लिए देश विदेश से लोग आते हैं। शास्त्रानुसार, आकाश में तारक  शिवलिंग, पाताल में  हाटकेश्वर शिवलिंग तथा पृथ्वी पर  महाकालेश्वर ही मान्य शिवलिंग हैं। मान्यतनुसार, विक्रमादित्य शासनकाल के बाद से यहाँ कोई भी राजा रात्रि शयन करने की हिम्मत नहीं करता। जिसने भी किया उसे संकटों से जूझना पड़ा।