भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर भारत के उत्तरप्रदेश प्रांत के फिरोजाबाद शहर के दुली मोहल्ले में स्थित है। सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग स्वयंभू है अर्थात स्वयं प्रकट हुई थी। मान्यता है कि यह मंदिर लगभग 700 वर्ष पुराना है। कहते हैं यहां भक्तों को अटूट भक्ति के बाद साक्षात् शिव के दर्शन भी हुए हैं। सावन के हर सोमवार को यहां दूर-दूर से भारी संख्या में श्रद्धालु आकर पूजा-अर्चना करते हैं और अपनी मनोकामना मांगते हैं। श्रावण मास और महाशिवरात्रि पर यहां कांवड़ियों का हुजूम इकट्ठा होता है।
श्री सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर (Shri Siddheshwar Nath Mahadev Temple) के पुजारी राममोहन दीक्षित ने बताया कि सिद्धेश्वर महादेव के मंदिर में एक भक्त ऐसे भी हुए थे जिनका नाम रामलाल था। जिन्हें सिद्धेश्वर महादेव के साक्षात दर्शन हुए थे। भक्त रामलाल ने कई वर्षों तक सिद्धेश्वर महादेव की सेवा की इसके बाद सिद्धेश्वर महादेव ने प्रसन्न होकर उन्हें साक्षात दर्शन दिए। आज भी भक्त रामलाल के हजारों अनुयाई हैं जो प्रतिदिन सिद्धेश्वर महादेव के मंदिर में दर्शन के लिए आते रहते हैं। यह मंदिर शहर के बीचों-बीच पुराना डाकखाना चौराहे के पास स्थित है।
मंदिर के बड़े पुजारी उपेंद्र दीक्षित जी के अनुसार, इस मंदिर में 41 दिन तक दीप प्रज्वलित करने से हर मनोकामना पूरी होती है जो भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति चाहता है। वह प्रतिदिन इस मंदिर में आकर दीप प्रचलित करता है और सिद्धेश्वर महादेव भक्त की अटूट भक्ति देखकर प्रसन्न हो जाते हैं और हर मनोकामना पूरी करते हैं। यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त आकर दीप प्रज्वलित करते हैं। श्रवण मास में भक्त सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में अभिषेक भी करते हैं। महाअभिषेक के बाद भोलेनाथ को बहुत सुंदर रूप से सजाया भी जाता है।