लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर

लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर

लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर: प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी को समर्पित यह मंदिर भारत के उत्तरप्रदेश प्रांत के आगरा शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित है। मान्यतानुसार, यह मंदिर राजा भोज के समय का है। लेकिन, अकबर भी इस मंदिर की महिमा के आगे नतमस्तक था। उस वक्त आगरा में अकबर का शासन काल था। इस मंदिर के नाम के पीछे बेहद रोचक किस्सा जुड़ा हुआ है। इसकी वजह से मंदिर का नाम लंगड़े की चौकी पड़ा था।

प्रचलित कथानुसार, अकबर के शासनकाल में मंदिर के नजदीक एक सुरक्षा चौकी हुआ करती थी। इस पर एक सिपाही पहरा देता था। उस वक्त इस मंदिर में रामकथा होती थी। वह चौकीदार कथा सुनने के लिए हर रोज मंदिर चला आता था। एक बार मुगलिया सिपाहियों ने उस चौकीदार की कोतवाल से शिकायत कर दी कि वह पहरा छोड़ मंदिर जाता है। कोतवाल ने उस चौकीदार की गुस्से में टांग कटवा दी। ताकि वह मंदिर ना जा पाए। लेकिन अगले ही दिन फिर खबर मिलती है कि वह चौकीदार फिर से मंदिर गया है। इस पर गुस्से में आग बबूला होकर कोतवाल राम कथा में पहुंच गया। जहां पर लंगड़ा चौकीदार बैठा हुआ था।

चौकीदार को मंदिर में देखने के बाद कोतवाल वापस चौकी पर गया और देखा कि चौकी पर भी वह लंगड़ा चौकीदार बैठा है। यह चमत्कार देखकर कोतवाल के होश उड़ गए। घटना उसने अकबर को बताई तो अकबर भी अचंभे में पड़ गया। कहा जाता है इस घटना के बाद से इस मंदिर का नाम लंगड़े की चौकी नाम पड़ गया। क्योंकि, खुद हनुमान जी महाराज उस लंगड़े चौकीदार की जगह पहरेदारी कर रहे थे। कहते हैं कि इस मंदिर में मांगी सभी मन्नतें पूरी होती हैं।