दक्षिणेश्वर / दक्षिणार्क सूर्य मंदिर: भगवान सूर्यदेव को समर्पित यह मंदिर भारत के बिहार प्रांत के गया शहर में सोन_नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर विष्णुपद मंदिर के 20 किलोमीटर उत्तर और रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर दूर स्थित है। इस मंदिर का उल्लेख वायु पुराण में भी मिलता है। यहां पर लोग आते हैं और सूर्य_मंदिर के सामने बने सूर्य कुंड में अपने पूर्वजों को प्रसाद चढ़ाते हैं। बिहार में रहने वाले लोग इस पर्व पर खूब तैयारियां करते हैं और भगवान सूर्य को पूजा करते हैं। चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार के दौरान बिहार का नजारा देखने वाला होता है। गंगा घाट पर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आते हैं। छठ पर्व के दौरान लोग गंगा में डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं। छठ पर्व के दौरान सूर्य भगवान की पूजा का बड़ा महत्व होता है।
दक्षिणार्क सूर्य मंदिर (Dakshinaarka Sun Temple) का इतिहास भी काफी प्राचीन रहा है। दरअसल भगवान सूर्य की ये प्रतिमा 4 हजार साल पुरानी बताई जाती है। इसका उल्लेख विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों में मिलता है। ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान सूर्य की उपासना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि ब्रह्मा जी ने भगवान सूर्य की उपासना के लिए फल्गु नदी के किनारे 7 फीट ऊंची 2 फीट 6 इंच चौड़ी प्रतिमा स्थापित की थी। छठ पर्व में यहां छठ व्रतियों का तांता लगा रहता है।