गणेश टोक मंदिर: प्रथम पूज्य भगवान गणेश को समर्पित यह मंदिर भारत के सिक्किम प्रांत के गंगटोक शहर से 7 किलोमीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण सिक्किम के पूर्व राजनीतिक अधिकारी श्री अप्पा बी पंत ने 1952 और 1953 के बीच करवाया था। यहाँ पूजा-अर्चना के अलावा गंगटोक शहर का सबसे बेहतरीन नज़ारा भी देखा जा सकता है। मंदिर तक जाने वाली सड़क रंग-बिरंगे प्रार्थना झंडों से सजी हुई है, जो यात्रा को और भी सुखद बनाती है।
गणेश टोक मंदिर को नॉर्थ ईस्ट का सिद्धि विनायक मंदिर माना जाता है। गणेश टोक मंदिर गंगटोक शहर में इस कदर प्रसिद्ध है कि इस मंदिर का दर्शन करने सिर्फ स्थानीय शहर के लोग ही नहीं, बल्कि अन्य कई शहरों से दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर को स्थानीय लोगों द्वारा बेहद ही पवित्र और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है।
गंगटोक में स्थित गणेश टोक एक छोटा मंदिर और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। मंदिर, हिंदू देवता भगवान गणेश को समर्पित है, जो पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है। यह मंदिर गंगटोक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह अपनी सुंदरता और उत्कृष्ट स्थान के लिए प्रसिद्ध है। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के इस स्थान पर गणेश का यह मंदिर पर्यटकों के लिए एक आस्था का केंद्र है। आप यहां से कंचनजंगा पहाड़ी का विहंगम दृश्य देख सकते हैं, यह बेहतर होगा कि आप यहां सुबह के समय आएं। गणेश टोक का मनोरम दृश्य बर्फ से ढके पहाड़ों का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है।
गणेश टोक मंदिर में बहुत छोटे, रंगीन झंडे बाहर सीढ़ियों में बंधे हैं, जो इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं। यह पवित्र गणेश टोक मंदिर पहाड़ों, प्राकृतिक परिदृश्य और खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा हुआ है। अगर आप गंगटोक आते हैं तो बिना गणेश टोक मंदिर के दर्शन के यहां से ना जाएं।