सूर्य ने 14 अप्रैल को मेष राशि में किया प्रवेश, मीन मलमास समाप्त, मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हटी, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।

सूर्य ने 14 अप्रैल को मेष राशि में किया प्रवेश, मीन मलमास समाप्त, मांगलिक कार्यों पर लगी रोक हटी, जानें सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव।

सूर्य का मेष राशि में गोचर 2025: सूर्य ने मेष राशि में (Sun Transit in Aries) 14 अप्रैल को सुबह 3 बजे गोचर कर लिया। 7 मई से 14 मई तक सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश से मिथुन, कर्क सहित 5 राशियों के जातक डबल राजयोग से सुख समृद्धि के साथ साथ खूब खूब आर्थिक लाभ और उन्नति पाएंगे। ज्योतिष में सूर्यदेव आत्मा, मान-सम्मान, उच्च पद, नेतृत्व क्षमता आदि के कारक माने गए हैं। आइए जानते हैं सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले शुभ अशुभ प्रभाव।

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, पंचम भाव के स्वामी होकर, प्रथम भाव (लग्न) में होगा। इस दौरान आपके आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में बढ़ोतरी होगी। जो निश्चय ही सम्मान दिलाएगा। सरकार से मिलने वाले सहयोग में वृद्धि होगी।

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, चतुर्थ भाव के स्वामी होकर, द्वादश भाव में होगा। जो जीवन में अधिक भागदौड़ और खर्च की ओर इशारा कर रहा है। विदेश से लाभ मिलने की संभावना है।

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, तृतीय भाव का स्वामी होकर, एकादश भाव में होगा। जो हर ओर से सफलता दिलायेगा। आय के नए स्रोत बनाने में किए गए प्रयास सफल होंगे। इस दौरान कोई इच्छा पूर्ति हो सकती है। दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। किसी भी तरह का नशा करने से बचें।

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, द्वितीय भाव का स्वामी होकर, दशम भाव में होगा। जो किसी वरदान से कम नहीं है। राजनीति में शामिल लोगों के लिए भाग्य वृद्धि का योग है। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता के योग बन रहे हैं। किसी प्रशासनिक कार्य के पूरे होने का समय है। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा।

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, प्रथम भाव का स्वामी होकर, नवम भाव में होगा। जो भाग्य और आध्यात्म में वृद्धि करेगा। कड़ी मेहनत के बाद सफलता के योग बनेंगे। धार्मिक कार्यों तथा अनाथालय आदि में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य करेंगे।

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, द्वादश भाव का स्वामी होकर, अष्टम भाव में होगा। जो स्वास्थ्य के प्रति चिंताओं का बढ़ाएगा। पैतृक संपत्ति की प्राप्ति संभव है। समाज में सम्मान मिलने का समय है।

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, एकादश भाव का स्वामी होकर, सातवें भाव में होगा। दांपत्य जीवन में कुछ कड़वाहट आ सकती है। कार्य व्यापार में उन्नति के योग हैं। लेकिन इस अवधि में साझेदारी के व्यापार को शुरू करने से बचें।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, दशम भाव का स्वामी होकर, छठे भाव में होगा। गुप्त शत्रु परास्त होंगे। भागदौड़ अधिक रहेगी। कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन अच्छा रहेगा। नौकरीपेशा जातकों इस दौरान लाभ और प्रमोशन के योग बन रहे हैं। खर्च को संभालकर करें।

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, नवम भाव का स्वामी होकर, पांचवें भाव में होगा। जो विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए अत्यंत शुभ है। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो सकते हैं। आपको संतान पक्ष से सुख की प्राप्ति होगी।

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, अष्टम भाव का स्वामी होकर, चतुर्थ भाव में होगा। अष्टम भाव के स्वामी का चौथे भाव में गोचर करना अच्छी स्थिति नहीं है। जो पारिवारिक समस्याओं को बढ़ाने वाला हो सकता है। माता से सहयोग मिलेगा। अथक प्रयास के बाद भूमि, वाहन की प्राप्ति संभव है। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि राशि में गोचर, सप्तम भाव का स्वामी होकर, तृतीय भाव में होगा। जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। कार्यक्षेत्र में किए गए निर्णय निश्चय ही सफलता दिलाएंगे। परिवार में छोटे भाइयों से मतभेद बढ़ सकता है।

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का मेष राशि में गोचर, छठे भाव का स्वामी होकर, द्वितीय भाव में होगा। बड़े परिश्रम के बाद ही धन संचय संभव है। दाहिनी आंख में समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। आकस्मिक धन प्राप्ति का योग बन रहे हैं।

सूर्य के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय

सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य दें। पिता का सम्मान करें। आदित्य स्तोत्र का पाठ करें। तांबा, गुड़, गेहूं, मसूर दाल का दान करें। रविवार का व्रत करने से सूर्य का अशुभ प्रभाव कम होता है। इस व्रत में नमक का सेवन न करें।