ज्योतिष – शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: आज दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य 12 जून की शाम 06 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि की यात्रा समाप्त करके मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं।

ज्योतिष – शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: आज दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य 12 जून की शाम 06 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि की यात्रा समाप्त करके मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। जहां ये 07 जुलाई की प्रातः 04 बजकर 31 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद कर्क राशि में चले जाएंगे। इनके राशि परिवर्तन का अन्य राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा ? आइये जानते हैं शुक्र के मिथुन राशि में गोचर के सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

  1. मेष राशि के लिए शुक्र तृतीय भाव में गोचर करेंगे जो ऊर्जा एवं पराक्रम में वृद्धि करेंगे। विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय है खासकर उनके लिए जो विदेश जाकर पढ़ाई करने की सोच रहे हैं।
  2. वृषभ राशि के लिए शुक्र द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। जो वाणी और धन का भाव है। तो इस राशि के जातक वाणी के माध्यम से विपरीत स्थित को भी संभालेंगे। लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से समय ठीक नहीं है।
  3. मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम भाव (लग्न) में गोचर करेंगे। अपने मित्र की राशि पर गोचर करते हुए शुक्र हर तरह से लाभदायक ही रहेंगे स्वास्थ्य तो उत्तम रहेगा ही सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए समय अनुकूल है।
  4. कर्क राशि के जातकों के लिए ये शुक्र को गोचर द्वादश भाव में होगा। द्वादश में शुक्र अच्छा फल देते हैं। तो इस समय में घर और वाहन खरीदने में खर्च हो सकता है। हालांकि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
  5. सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र एकादश भाव में गोचर करेंगे। एकादश भाव में हर ग्रह अच्छा फल देता है। शुक्र यहां गोचर करके आय के संसाधन बढ़ाएंगे। प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए ये समय शुभ रहेगा।
  6. कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर दशम भाव में होगा। जमीन जायदाद संबंधी मामले हल होंगे। मकान अथवा वाहन का भी क्रय कर सकते हैं। विदेशी संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
  7. तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र नवम भाव में गोचर करेंगे जो भाग्य, धर्म, पिता का भाव है। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रतीक्षित कार्यों का निपटारा होगा। वस्त्र-आभूषणों पर अधिक खर्च करेंगे।
  8. वृश्चिक राशि के लोगों के लिए शुक्र अष्टम भाव में गोचर करेंगे जो चोट, हानि, गुप्त विद्या, आयु का भाव है। दांपत्य जीवन में उथल-पुथल रह सकती है। सरकारी विभागों के प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का समय है। यात्रा देशाटन पर खूब खर्च होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किसी सम्मान अथवा पुरस्कार की भी घोषणा हो सकती है।
  9. धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र सप्तम भाव में गोचर करेंगे जो दांपत्य, साझेदारी, व्यापार का भाव है। मकान-वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से यह समय अनुकूल रहेगा। षड्यंत्रकारी लोगों से सावधान रहें। साझेदारी के व्यापार में सफलता का योग बनेगा।
  10. मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे भाव में गोचर करेंगे जो चोट, हानि, दुर्घटना, कर्ज, शत्रु का भाव है। वैवाहिक वार्ता सफल होने में थोड़ा और समय लगेगा। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। प्रेम संबंधी मामलों में भी उदासीनता रहेगी।
  11. कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम भाव में गोचर करेंगे जो प्रेम, विद्या, संतान का भाव है। प्रतियोगी छात्रों के लिए यह समय वरदान की तरह है। मान-सम्मान की भी वृद्धि होगी। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। आय के संसाधनों में वृद्धि होगी।
  12. मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे जो माता, सुख, जनता, मन, हृदय का भाव है। इस समय परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से सहयोग मिलेगा। मकान-वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी समय बेहतर रहेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत है।