मंगल का कर्क राशि में गोचर: नवग्रहों के सेनापति मंगल ने चंद्रमा की राशि कर्क में 20 अक्टूबर को किया प्रवेश, अपनी नीच राशि में गोचर से मचाएंगे उथल पुथल।

मंगल का कर्क राशि में गोचर: नवग्रहों के सेनापति मंगल ने चंद्रमा की राशि कर्क में 20 अक्टूबर को किया प्रवेश, अपनी नीच राशि में गोचर से मचाएंगे उथल पुथल।

मंगल का कर्क राशि में गोचर: नवग्रहों के सेनापति मंगल ने चंद्रमा की राशि कर्क में 20 अक्टूबर को किया प्रवेश, अपनी नीच राशि में गोचर से मचाएंगे उथल पुथल। ऊर्जा, जोश, साहस, पराक्रम, युद्ध और रक्त का कारक ग्रह भूमि पुत्र मंगल 20 अक्टूबर 2024 को 03:04 पर कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं। कर्क राशि मंगल की नीच राशि होती है। इस राशि पर मंगल 21 जनवरी 2025 तक गोचर करेंगे। उसके बाद लौटकर फिर मिथुन राशि में चले जाएंगे। मंगल के अपनी नीच राशि में होने से नकारात्मक असर देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं मंगल का मिथुन राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

1. मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर चतुर्थ भाव में होगा जो मिश्रित फल देगा। पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का योग है। स्वभाव में सौम्यता रखें।

2. वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा जो पराक्रम में वृद्धि करेगा। लेकिन छोटे भाई बहिनों से मतभेद बढ़ सकते हैं।

3. मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर दूसरे भाव में होगा जो खर्च बढ़ाएंगे। पैतृक संपत्ति को लेकर घर में विवाद हो सकता है। धैर्य से काम लें।

4. कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा जो स्वभाव में आक्रामकता ला सकता है। सोच समझकर ही निर्णय लें। अहंकार से बचें।

5. सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा जो अच्छा नहीं माना जाता। फिजूलखर्ची से बचें, बहुत जरूरत पर ही लंबी यात्रा करें।

6. कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर एकादश भाव में होगा जो अधिकतर शुभ फल देगा। लेकिन बड़े भाई बहिनों से मतभेद हो सकते हैं।

7. तुला राशि के जातकों के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर दशम भाव में होगा जो कार्यक्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल रखते हुए उन्नति की ओर संकेत करता है।

8. वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर नवम भाव में होगा जो मिले जुले फल देगा। पराक्रम में वृद्धि करेगा और साझेदारी के कार्यों में सफलता दिलायेगा।

9. धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। यात्रा सावधानी से करें। वाहन सजगता से चलाएं।

10. मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा जो दांपत्य जीवन के लिए तो अच्छा नहीं है लेकिन व्यापार में विदेश से लाभ के योग बनाएगा।

11. कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर छठे भाव में होगा जो शुभ फल देगा। लंबी यात्रा पर अधिक खर्च हो सकता है। कर्ज लेने से बचें और स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहें।

12. मीन राशि के जातकों के लिए मंगल का कर्क राशि में गोचर पंचम भाव में होगा जो अच्छा नहीं कहा जा सकता। प्रेम संबंधी मामलों में सफलता के योग हैं।

उपाय: मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए गौवंश को गुड़ खिलाएं। बड़े भाई को सम्मान और छोटे को उपहार दें। बंदरों को चने और भूखे निर्धनों को मीठे रोठ खिलाएं।