कृषि: गेहूं की HD3385 किस्म की फसल करने से किसानों के घर आएगी समृद्धि, 1 एकड़ खेत में 30 क्विंटल गेंहू होने का अनुमान।

कृषि: गेहूं की HD3385 किस्म की फसल करने से किसानों के घर आएगी समृद्धि, 1 एकड़ खेत में 30 क्विंटल गेंहू होने का अनुमान।

कृषि: गेहूं की HD3385 किस्म की फसल करने से किसानों के घर आएगी समृद्धि, 1 एकड़ खेत में 30 क्विंटल गेंहू होने का अनुमान। भारत में गेहूं की फसल का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है। चीन, रूस और अमेरिका के बाद भारत ही सबसे ज्यादा गेंहू पैदा करता है। गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए किसानों को एडी से चोटी तक के प्रयास करने पड़ते हैं। हालांकि, कुछ ऐसी किस्में भी हैं जो कम लागत में अधिक उत्पादन देती हैं। हाल ही में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने गेहूं की एक नई किस्म HD-3385 विकसित की है, जो किसानों को बंपर पैदावार देने के साथ ही रोग प्रतिरोधी भी है।

कृषि विज्ञान केंद्र, नियामतपुर में तैनात कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि गेहूं की HD-3385 किस्म को उत्तर प्रदेश के किसी भी हिस्से में उगाया जा सकता है, और यह किस्म रोग प्रतिरोधी होने के साथ-साथ उच्च उत्पादन क्षमता वाली है। गेहूं की HD-3385 किस्म विशेष रूप से रतुआ रोग प्रतिरोधी है। इसके अतिरिक्त यह कीट और अन्य बीमारियों के प्रति भी प्रतिरोधक है। इस किस्म की खेती करते समय किसानों को बहुत कम कीटनाशक का उपयोग करना पड़ता है, जिससे यह किस्म पर्यावरण के अनुकूल साबित होती है। इससे उत्पन्न उपज स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहतर होती है।

कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि किसान गेंहू की बुवाई नंबर माह में करते हैं और होली के बाद मार्च अप्रैल में गेंहू की फसल तैयार हो जाती है। गेहूं की इस नई किस्म HD-3385 की बुवाई भी नवंबर के पहले सप्ताह से 20 नवंबर तक की जा सकती है। इस किस्म से एक हेक्टेयर (2.5 एकड़) में 75 क्विंटल तक उपज प्राप्त की जा सकती है। किसानों को इस किस्म के बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली या फिर किसान मेलों में मुहैया कराए जायेंगे। इस नई किस्म से किसानों को अच्छी पैदावार कम लागत में मिलेगी। जो कृषि क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।