Ranji Trophy 2024-25 Final: विदर्भ ने फाइनल में केरल को हराकर रणजी ट्रॉफी खिताब जीत लिया है। केरल और विदर्भ के बीच नागपुर में खेला गया यह मुकाबला पांचवें और अंतिम दिन ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन विदर्भ ने केरल को पहली पारी के बढ़त के आधार पर मात दी और इस घरेलू टूर्नामेंट का चैंपियन बनने में सफल रहा। विदर्भ का यह तीसरा रणजी ट्रॉफी खिताब है। विदर्भ ने इससे पहले 2017-18 और 2018-19 में खिताब जीता था।
विदर्भ ने पहली पारी में दानिश मालेवार के 153 रन और करुण नायर के 86 रनों की मदद से 379 रन बनाए। जबकि केरल की टीम ने पहली पारी में कप्तान सचिन बेबी के 98 रनों की पारी के बावजूद 342 रन बनाए। इस तरह विदर्भ ने पहली पारी में 37 रनों की बढ़त हासिल की। विदर्भ के लिए दूसरी पारी में करुण नायर ने शतक लगाया और 135 रनों की पारी खेली। वहीं, दर्शन नालखंडे ने नाबाद 51 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ ने दूसरी पारी में 9 विकेट पर 375 रन बनाए। नालकंडे के अर्धशतक लगाते ही मैच समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। विदर्भ ने इस सत्र में रणजी ट्रॉफी में खेले गए 10 मैच में से 9 में जीत हासिल की जो भारत की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता में टीम के प्रभुत्व को दर्शाता है।
विदर्भ ने मैच के अंतिम दिन 249/4 स्कोर के आगे खेलना शुरू किया। करुण नायर ने 132 और कप्तान अक्षय वाडकर ने 4 रन से आगे खेलना शुरू किया। करुण नायर ने अपने स्कोर में सिर्फ 3 रन ही जोड़े थे कि उन्हें आदित्य सरवटे ने पवेलियन भेज दिया। इसके कुछ देर बाद ईडेन एप्पल ने हर्ष दुबे को 4 रन पर चलता किया। फिर सरवटे ने आदित्य को 25 रन पर आउट कर विदर्भ को 7वां झटका दिया। अक्षय कार्नेवर 70 गेंदों पर 30 रन बनाकर आउट हुए और फिर सरवटे ने नचिकेत भुटे (3) को अपना शिकार बनाकर विदर्भ के 9 विकेट गिरा दिए। अंत में नालकंडे के अलावा यश ठाकुर 8* रन बनाकर नाबाद रहे। केरल की ओर से सरवटे ने 4 विकेट झटके, जबकि निधेश, जलज सक्सेना, एप्पल, बासिल और अक्षय चंद्रन को 1-1 विकेट मिला।
पहली बार फाइनल में पहुंची केरल की टीम ने विदर्भ को कांटे की टक्कर दी, लेकिन विदर्भ को पूरे सत्र में अपनी कड़ी मेहनत और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का फल मिला। विदर्भ ने सिर्फ रणजी ट्रॉफी ही नहीं जीती बल्कि टीम 50 ओवर की विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में उपविजेता भी रही। अक्षय वाडकर की कप्तानी और मुख्य कोच उस्मान गनी की अगुआई वाली टीम ने पूरे रणजी ट्रॉफी सत्र में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। विदर्भ लीग चरण में सभी चार ग्रुप में सर्वश्रेष्ठ टीम रही, जिसने 7 मैच में से 6 जीत के साथ 40 अंक हासिल किए। वहीं केरल की किस्मत बहुत अच्छी रही। केरल ने क्वार्टर फाइनल में जम्मू और कश्मीर और सेमीफाइनल में गुजरात को मामूली अंतर से हराकर पहली पारी की बढ़त के आधार पर फाइनल में जगह बनाई। लेकिन विदर्भ ने मैचों को जीतकर फाइनल में जगह बनाई।