बुध का मीन राशि में गोचर

बुध का मीन राशि में गोचर

सौर मंडल के राजकुमार बुध ने 27 फरवरी को गुरु की राशि मीन में किया प्रवेश, उच्च के शुक्र के साथ मिलकर बनायेंगे नीचभंग राज योग। ग्रहों के राजकुमार बुध का गोचर 27 फरवरी को रात 11 बजकर 46 मिनट पर मीन राशि में हुआ। बुध इस राशि में 70 दिनों तक रहेंगे। बुध मीन राशि से 7 मई को तड़के 4 बजकर 13 मिनट पर निकल कर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। बुध के गोचर करने से 4 राशि के लोगों के लिए 70 दिन शुभ फलदायी हो सकते हैं। बुध का मीन राशि में गोचर (Mercury Transit in Pisces) 4 राशियों के लिए बहुत शुभ, 6 राशियों के लिए मध्यम और 2 राशियों के लिए अशुभ फल देगा। बुध ग्रह द्विस्वभाव का ग्रह है जो वाणी, संचार, बुद्धि और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का मीन राशि में प्रवेश सभी 12 राशियों पर भिन्न भिन्न प्रभाव डालेगा। आइये जानते हैं बुध का धनु राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव।

  1. मेष राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। जो व्यय, भोग, विदेश का भाव है। बुध का द्वादश में गोचर फिजूलखर्ची बढ़वा सकता है। कार्यक्षेत्र में कुछ तनाव बन सकता है।
  2. वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। जो लाभ, आय, इच्छापूर्ति का है। एकादश में बुध का गोचर हर मायने में लाभकारी रहेगा। आपकी लंबे समय से चली आ रही इच्छा की पूर्ति के योग बनेंगे।
  3. मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर दशम भाव में होगा। जो कार्यक्षेत्र, राज्य, पिता का भाव है। दशम भाव में बुध उच्च के शुक्र के साथ मिलकर कैरियर में विशेष सफलता के योग बनाएंगे।
  4. कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर नवम भाव में होगा। जो भाग्य, धर्म, पिता का भाव है। बुध का नवम भाव में गोचर व्यापार और कैरियर में वृद्धि के योग बनाएगा। पिता का सहयोग प्राप्त होगा।
  5. सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। जो आयु, शोध, अचानक हानि व लाभ का भाव है। अष्टम भाव में बुध व्यापार में अचानक हानि के योग बनाएंगे। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
  6. कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा। जो दांपत्य, साझेदारी, व्यापार का भाव है। सप्तम भाव में बुध दांपत्य जीवन में मधुरता लायेंगे।
  7. तुला राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर छठे भाव में होगा। जो शत्रु, कर्ज, चोट, नौकरी का भाव है। छठे भाव में बुध का गोचर नौकरी में प्रमोशन लायेगा। पत्नी/पति के स्वास्थ्य की चिंता बन सकती है। फिजूल खर्ची बढ़ सकती है।
  8. वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। जो संतान, प्रेम, बुद्धि, प्रतियोगिता का भाव है। संतान के किसी प्रतियोगिता में सफल होने के योग हैं। लेकिन संतान के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रह सकती है।
  9. धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर चौथे भाव में होगा। जो माता, भूमि, वाहन का भाव है। चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए बुध माता से मधुर संबंध रखेंगे। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। भूमि खरीदने के योग बन सकते हैं।
  10. मकर राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा। जो पराक्रम, छोटे भाई बहिन और इच्छाओं का है। पराक्रम में वृद्धि के साथ साथ इच्छाओं की पूर्ति होगी।
  11. कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर द्वितीय भाव में होगा। जो धन, वाणी, कुटुंब, स्वभाव और खान पान का है। द्वितीय भाव में रहकर बुध वाणी को शुद्ध बनायेंगे और व्यवसाय में वृद्धि होगी।
  12. मीन राशि के जातकों के लिए बुध का मीन राशि में गोचर प्रथम (लग्न) भाव में होगा। जो हमारे शरीर, मुख और दादी का भाव है। प्रथम भाव में बुध को दिशा बल मिलने के कारण और मजबूत होकर शुभ फल देंगे।

उपाय: बुध के अशुभ प्रभाव की तीव्रता कम करने और शुभ प्रभाव को और बढ़ाने के लिए अपनी बेटी, बहिन, बुआ का सम्मान करें एवं उन्हें उपहार दें। छोटी कन्याओं को हरी चूड़ियां पहनायें। किन्नरों को भोजन करायें एवं भेंट दें। गाय को हरा चारा खिलायें और बुध के बीज मन्त्र का जाप करें।