ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही अवैध प्रवासियों की आई शामत, 500 से ज्यादा प्रवासी गिरफ्तार, सैंकड़ों निर्वासित।

ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही अवैध प्रवासियों की आई शामत, 500 से ज्यादा प्रवासी गिरफ्तार, सैंकड़ों निर्वासित।

US Deports Hundreds Of Illegal Immigrants: डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही अमेरिका में बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई, जिसमें सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार और निर्वासित किया गया। वाइट हाउस ने कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का निर्वासन कार्यक्रम उनके पदभार संभालने के दो दिन बाद ही शुरू हो गया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया है और उनमें से सैकड़ों को निर्वासित किया है।”

कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने 24 जनवरी को X पर लिखा, ”आज: ट्रम्प प्रशासन ने 538 अवैध अप्रवासी अपराधियों को गिरफ्तार किया जिनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, ट्रेन डी अरागुआ गिरोह के चार सदस्य और नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के दोषी कई अवैध अपराधी शामिल हैं।” उन्होंने बताया, ”ट्रंप प्रशासन ने सैकड़ों अवैध आप्रवासी अपराधियों को सैन्य विमानों के माध्यम से निर्वासित भी किया। इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान अच्छी तरह से चल रहा है। वादे किए गए। वादे पूरे किए गए।”

वाइट हाउस ने X पर अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन की ओर से गिरफ्तार किए गए कुछ लोगों के नाम और उनकी ओर से किए गए अपराधों की सूची जारी की। अपराधों में रेप, बच्चे के विरुद्ध यौन आचरण और 14 वर्ष या उससे कम आयु के बच्चे का लगातार यौन शोषण शामिल है। बता दें कि 23 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस (संसद) ने बिना अनुमति के देश में प्रवेश करने वाले और कुछ अपराधों के आरोप में पकड़े गए अप्रवासियों को हिरासत में लेने और निर्वासित करने के लिए रिपब्लिकन के नेतृत्व वाले बिल – लैकेन रिले एक्ट – को हरी झंडी दे दी थी।

सोमवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई कार्यकारी आदेश जारी किए, जिनमें अवैध आव्रजन पर कार्रवाई भी शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक आदेश में कहा गया है कि पिछले चार साल में देश में अवैध इमिग्रेशन की अभूतपूर्व बाढ़ आई है। लाखों अवैध विदेशियों को अमेरिका में आने और समुदायों में बसने की अनुमति दी गई, जो लंबे समय से चले आ रहे संघीय कानूनों का उल्लंघन है।