Pakistan Suicide Attack: पाकिस्तान में एक बार फिर आत्मघाती आतंकी हमला, 17 सैनिकों की मौत, हाफिज गुल बहादुर सशस्त्र समूह ने ली हमले की जिम्मेदारी। पाकिस्तान में लगातार आतंकी घटनाएं जारी हैं। अब ताजा आत्मघाती हमले में पाकिस्तानी सेना के 17 जवानों की मौत हो गई है। यह आत्मघाती हमला उस वक्त हुआ, जब एक आतंकी ने अपने विस्फोटक लदे वाहन को सेना की चेकपोस्ट से टकरा दिया। इससे हुए धमाके में 17 जवानों की मौत हो गई। बतादें, एक दिन पहले ही इसी इलाके में एक अन्य आतंकी हमले में पाकिस्तानी सेना के 8 सैनिक मारे गए थे। इस झड़प में आतंकियों और सैनिकों के बीच कई घंटों तक गोलीबारी हुई थी, जिसमें 9 आतंकी और सेना के 8 जवान मारे गए थे। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान आतंकी गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
आत्मघाती हमले के बाद अन्य आतंकियों ने पाकिस्तानी चेकपोस्ट पर गोलीबारी भी की। हमले में 7 अन्य घायल भी हुए हैं। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में 6 आतंकी भी मारे गए हैं। पुलिस के मुताबिक आत्मघाती विस्फोट के चलते माली खेल चौकी के साथ ही कई सैन्य वाहनों को भी भारी नुकसान हुआ है। थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) के अनुसार, चालू वर्ष की तीसरी तिमाही में पाकिस्तान में हिंसा में 90% की वृद्धि देखी गई है। स्थानीय मीडिया ने पहले बताया था कि यह हमला देश के पाकिस्तान सरकार और सैन्य नेतृत्व द्वारा मंगलवार को बलूचिस्तान में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ एक ‘व्यापक सैन्य अभियान’ को मंजूरी देने के एक दिन बाद हुआ है, जिसका उद्देश्य प्रांत में उग्रवाद की लहर को रोकना है, जिसने हाल के महीनों में कई घातक हमले देखे हैं।
हाफ़िज़ गुल बहादुर समूह और टीटीपी दो अलग-अलग आतंकी संगठन हैं, लेकिन दोनों 2001 से अमेरिका के नेतृत्व वाले NATO गठबंधन के खिलाफ़ युद्ध में अफ़गान तालिबान का समर्थन करने में सक्रिय थे। टीटीपी ने 3 हफ्ते पहले अक्टूबर के अंत में भी खैबर पख्तूनख्वा में एक चेक पोस्ट पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 10 पुलिस अधिकारी मारे गए थे। पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम में, शनिवार को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) समूह के अलगाववादी लड़ाकों ने एक सीमा चौकी पर 7 सैनिकों की हत्या कर दी। यह घटना प्रांतीय राजधानी क्वेटा के एक ट्रेन स्टेशन पर इसी समूह द्वारा किए गए बम विस्फोट के एक सप्ताह बाद हुई, जिसमें 14 सैनिकों समेत 26 लोग मारे गए थे।