ज्योतिष – शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर: आज 13 अक्टूबर को दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का अपनी राशि तुला से निकल कर सेनापति मंगल की राशि वृश्चिक में हुआ प्रवेश, जानें सभी 12 राशियों पर शुक्र के इस गोचर का प्रभाव। शुक्र ग्रह 13 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। जो यहां 7 नवंबर को तड़के 3 बजकर 39 मिनट तक वृश्चिक राशि में विद्यमान रहेंगे। प्रेम, भौतिक सुख, कला एवं रचनात्मकता के कारक शुक्र का यह 26 दिनों का गोचर सभी राशियों के जीवन में कुछ न कुछ परिवर्तन लेकर आएगा। आज हम आपको बताएंगे कि राशि चक्र की किन राशियों के लिए शुक्र का तुला राशि में गोचर शुभ रहेगा और किसके लिए अशुभ।
- मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर अष्टम भाव में होगा। शुक्र का आठवें भाव में गोचर धन संग्रह में तो वृद्धि करेगा लेकिन स्वास्थ्य हानि के योग बनायेगा।
- वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर सप्तम भाव में होगा। शुक्र का सप्तम भाव में गोचर दांपत्य जीवन में मधुरता और व्यापार वृद्धि के योग बनायेगा। फिल्म, मीडिया जैसे क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को अच्छे परिणाम मिलेंगे।
- मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर छठे स्थान पर होगा। शुक्र का छठे भाव में गोचर मध्यम फल ही देगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। इलाज में धन खर्च होने के योग हैं।
- कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर पंचम स्थान पर होगा। शुक्र का पंचम भाव में गोचर प्रेम में वृद्धि करेगा। कला एवं संगीत के प्रति रूचि को बढ़ायेगा।
- सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर चतुर्थ भाव पर होगा। शुक्र का चतुर्थ भाव में गोचर उत्तम फल देगा। परिवार में सामंजस्य अच्छा रहेगा। व्यापार में लाभ के योग बनेंगे।
- कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर तीसरे भाव में होगा। शुक्र का तीसरे भाव में गोचर पराक्रम में वृद्धि करायेगा। छोटे भाई बहिनों से संबंध अच्छे रहेंगे।
- तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर दूसरे भाव में होगा। शुक्र का दूसरे भाव में गोचर भाग्य से धन प्राप्ति के योग बनायेगा। पैतृक संपत्ति हासिल करने में सफलता मिल सकती है।
- वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर प्रथम(लग्न) भाव में होगा। दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं।
- धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। शुक्र का बारहवें भाव में गोचर सुख के संसाधन एवं विदेश यात्रा में व्यय करा सकता है। आयात निर्यात के काम में सफलता मिलेगी।
- मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर एकादश भाव में होगा। शुक्र का ग्यारहवें भाव में गोचर हर ओर से लाभ के योग बनायेगा। आय के अन्य श्रोत भी विकसित होंगे। पुराने निवेश से भी लाभ मिलने के योग बनेंगे।
- कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर दशम भाव में होगा। शुक्र का दशवें भाव में गोचर कार्यक्षेत्र में व्यस्तता को बढ़ायेगा। कड़े संघर्ष के बाद सफलता के योग बनेंगे।
- मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर नवम भाव में होगा। शुक्र का नवम भाव में गोचर पिता के स्वास्थ्य में वृद्धि करेगा। माता से भरपूर सहयोग मिलने के योग बनेंगे।
उपाय: शुक्र के अशुभ प्रभाव की तीव्रता को कम करने के लिए महिलाओं का सम्मान करें, पत्नी को उपहार दें, छोटी कन्याओं को खीर खिलाकर भेंट दें, चावल व चीनी ज़रूरतमंद को दान करें और शुक्र के बीज मंत्र का जाप करें।