Adani Group to Exit Adani-Wilmar: अडानी ग्रुप (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने अडानी विल्मर (Adani Wilmar) से बाहर निकलने का फैसला कर लिया है। व्यापार जगत में काफी लम्बे समय से इस बात की चर्चा भी जोरों पर थी कि अडानी समूह (AEL), अडानी विल्मर लिमिटेड (AWL) में अपनी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश में जुटा है। आज इस बात पर मुहर भी लग गई। एक्सचेंज को दी जानकारी के अनुसार AEL ने AWL से निकलने का फैसला कर लिया है। यह भी बताया कि अडानी ग्रुप अपनी बिक्री दो चरणों में पूरा करेगा। बता दें, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की अडानी विल्मर में कुल हिस्सेदारी 44% है।
अडानी समूह ने एक्सचेंज को बताया है कि 30 दिसंबर को साइन की गई डील के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी अडानी कमोडिटी एलएलपी (ACL) का अडानी विल्मर में 31.06% हिस्सा Lence Pte Lte खरीदेगा। यह ट्रांसफर काल या पुट ऑप्शन मकेनिज्म के जरिए किया जाएगा। वहीं, बचे हुए 13 प्रतिशत हिस्से की बिक्री न्यूनतम पब्लिक शेयर होल्डिंग के नियमों को ध्यान में रख कर की जाएगी।
बतादें, आज 30 दिसंबर दिन सोमवार को शेयर बाजार के बंद होने के समय पर अडानी विल्मर के शेयरों का भाव बीएसई (BSE) में 329.50 रुपये के लेवल पर था। पिछले 2 साल के दौरान कंपनी के शेयरों की कीमतों में 46 प्रतिशत की गिरावट आई है। AWL के शेयर कीमतों में इतनी बड़ी गिरावट भी हिस्सेदारी बेचने के पीछे बड़ी वजह सकती है। दूसरी तरफ अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर आज 7% की तेजी के साथ 2593.45 रुपये पर पहुंच गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी विल्मर लिमिटेड पिछले हफ्ते तक 42,785 करोड़ रुपये के मार्केट कैपटलाइजेशन के साथ भारत की सबसे बड़ी फूड FMCG कंपनी है। इसकी शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अच्छी खासी पहुंच है। हिस्सेदारी बेचने के फैसले के बाद, AEL के बोर्ड ने AWL के बोर्ड से नॉमिनेटेड डायरेक्टर्स को हटाने की बात कही है। साथ ही कंपनी का नाम बदल दिया जाएगा। कंपनी ने कहा कि विनिवेश से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल ऊर्जा, परिवहन, लॉजिस्टिक्स और उद्योग में AEL के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इस खबर के बाद ही AEL के शेयरों में बड़ा उछाल देखने को मिला।